Saturday, July 25, 2015

-: पहला प्यार :-



पहली दफा जब मैंने प्यार किया
न जाने क्यों उसने इनकार किया

सकुचाती शरमाती सी देखकर मुझे  
तिरछी निगाहों से मुझे वार किया

मीठी चुभन को महसूस कर उसने
ओढ़कर ओढ़नी चश्मे दीदार किया

आती उड़ती जाती बन तितली सी
फूलों के संग वो भी मनुहार किया

मधुर मुस्कान पहली भोर की जैसी
अधखुली नींद में जैसे शृंगार किया  

चमकती रहीं चाँदनी मुख की बूंदें
मानो रातभर शबनम फुहार किया

ओझल हो न जाऊँ फिर से कहीं
बैठ देहरी पर चुप इंतिज़ार किया

कैसी थी उनकी अनकही मोहब्बत
अधखिला गुलाब से इजहार किया

जुबां से बयां कभी जज़्बात नहीं
दिल से ही दिल को इकरार किया   

ऐसी कयानात अब कहाँ “निर्भीक”
जिसने जीने को फिर तैयार किया

                  प्रकाश यादव “निर्भीक”
                  बड़ौदा – 25-07-2015

-: इंतिज़ार :-




 
तुम शायद
रम गई होगी
अपनी दुनियाँ में
भूलकर मुझे
याद भी नहीं होगा  
तुम्हें अब
तुम्हारा दिया हुआ
स्निग्ध पत्तों की 
कुमुद छाया
जिसके तले
बैठ मैं और तुम
बुनते रहे अपने
संबंधो के चादर
तुम्हारे मखमली हाथों से
कितने मिलते थे
अपनी सारी ख्वाहिशें
और हरकतें
देखते ही बनती थी
तुम्हारे चेहरे की प्रभा
जब अनायास
मेरी अंगुलियाँ
उलझ जाती थी
तुम्हारे जुल्फों से
फिर अचानक 
तबादला हो जाना
जिसे सुनकर
तुम बहुत रोयी थी
रात भर और
सूजी आँखें लेकर
आई थी मिलने
न चाहते हुए भी
तबके बिछड़े आजतक
तुम्हारा इंतिज़ार
कि तुम कभी कहोगी
हाँ तुम्हें नहीं कभी नहीं
भूली हूँ अभी तक ..................

                  प्रकाश यादव “निर्भीक”
                  बड़ौदा – 24-07-2015

Friday, July 24, 2015

-: जज़्बात :-





चलो आज हम
किसी मोहब्बत की
बात नहीं करते है
दबे हैं जो दिल में
-जज़्बात- उसे फिर
याद नहीं करते हैं
आँखों से ही आँखों के
सारे दर्द पीकर
एक भी बूंद आँसू की
बरसात नहीं करते है
सी लेते है होठों को
कि थरथराए न कभी
जुबां से अब बयां
हालात नहीं करते हैं
छुप छुपके ही
बाँट लेंगे अपने
टीस ए तन्हाई को 
खुल कर अब कोई
मुलाक़ात नहीं करते हैं
बड़ा ही शातिर है
निगाह ए जमाने की
खुलेआम पेश ए कुमुद  
सौगात नहीं करते हैं
छोड़ देंगे ये शहर
और अपनी वो यादें
फिर गली से गुजरने की
बालात नहीं करते है
जीने की कई राह  
और भी हैं “निर्भीक”
दम घूंटने तक   
अब इंतिज़ार उस
रात की नहीं करते हैं...............

            प्रकाश यादव “निर्भीक”
            बड़ौदा – 22-07-2015