आई दिवाली दीप जलाये
घर प्रीत संदीप्त जलाये
सारा जगत एक आंगन
मिल प्रेम संगीत बनाये
शांति संदेश ही उद्देश्य है
भारत ऐसा ही तो देश है
सब मिलजुल नांचे गाये
आई दिवाली दीप जलाये
मन कुलुषित न रहे कोई
सारी दुनियाँ कुटुंब हमारा
प्यार का वो संचार कराये
आई दिवाली दीप जलाये
मिटा दे हम मतभेद अब
आओ सबको गले लगाये
अँधियारा को दूर भगाये
आई दिवाली दीप जलाये
रहे नहीं कोई भूखा नंगा
सुख सम्पन्न हो सब कोई
मिलकर ये संताप भगाये
आई दिवाली दीप जलाये
एक दीप से सब दीप जले
खुशियों से घर फूल खिले
ऐसी कोई रीत हम लाये
आई दिवाली दीप जलाये
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई
भारत में सब है भाई भाई
आओ मिल यह गीत गाये
आई दिवाली दीप जलाये
प्रकाश यादव
“निर्भीक”
बड़ौदा – 11-11-2015
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