जिन्दगी में सदा खुश
रहा कीजिये
आप सबकी खुशी की दुआ
कीजिये
लौट आता नहीं वक्त है
फिर कभी
दुश्मनों से कभी दोस्ती
किया कीजिये
मुफ़लसी जिन्दगी का अहम
हिस्सा
आँख ना इस कदर भिंगाया
कीजिये
टूट जाना किसी के लिये
वाजिब नहीं
रास्ते में अकेला मस्त
चला कीजिये
है मुसीबत अगर तो फिकर
क्यों करे
मस्तमौला ही जीवन जिया
कीजिये
प्रकाश यादव “निर्भीक”
बड़ौदा -12.04.2016
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